बकरे को करूण स्वर मे मिमियाता देखकर एक स्कूल जाता हुआ बच्चे ने पूछा - क्या हुआ? इतना क्यों चिल्ला रहे हो?"बकरे ने कहा - अरे बेवकूफ, देख नहीं रहे हो? यह कसाई है, कसाई। यह मुझे काटने के लिए ले जा रहा है। मुझे किसी तरह इससे बचाओ"बच्चे ने कुछ देर सोचा फिर जोर से हँस पड़ा - "अरे, तो इसमें इतना रोने-चिल्लाने की क्या जरूरत है। तम्हारी जान तो एक बार में चली जाएगी। तुम्हें क्या पता की शिक्षक क्या होते हैं। शुक्र मनाओ कि तुम उनके फेरे मे नहीं पड़े।
इस ब्लॉग में सामान्य जीवन से सम्बंधित विचार कर सामान्य लोंगों को एक सूत्र में पिरोना चाहता हूँ। आपसब के सहयोग से आशा है मै इस कार्य में जल्द ही सफल हो जाऊंगा।
गुरुवार, 13 अक्तूबर 2016
कसाई है
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